उन्माद

"सफलताओं के उन्माद में इंसान यह भूल जाता है कि एक दिन उसे असफलताओं का स्वाद भी चखना पड़ सकता है।"
आचार्य उदय

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

फल विरक्त हो कार्य।