सरल व सहज

"छल, कपट, बेईमानी जैसे कठिन मार्ग पर चलकर इंसान को जीतने का प्रयास करने से बेहतर है प्रेम व समर्पण रूपी मार्ग पर चलकर इंसान को जीतना सरल व सहज है।"
आचार्य उदय

2 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

सच है, मानव को जीतने के लिये मानवीय गुण ही चाहिये होंगे।

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

जय हो आचार्य जी की।
ध्यान मग्न हैं लगता है फ़ोटु से।
सुंदर अमृत वाणी के लिए आभार