स्त्री-पुरुष

“स्त्री-पुरुष एक-दूसरे के पूरक हैं आपस में कोई छोटा-बडा नही है किसी एक के बिना समाज की कल्पना निरर्थक है।”

आचार्य उदय

2 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

पूर्णतया सत्य।

कविता रावत said...

ekdam sahi...aapas mein hi yadi prem nahi to samaj ko kaise kah payengi..