ध्यान

"मन समुद्री लहरों की भांति हर पल हिलोरे मारते रहता है उसे एक दिशा प्रदाय कर उस पर चलते रहना ही ध्यान है।"

आचार्य उदय

3 comments:

Apanatva said...

sahee baat...

प्रवीण पाण्डेय said...

मन को सम्हालना बड़ा कठिन है।

Udan Tashtari said...

सटीक!