गुलाम इंसान

"धनरूपी माया इंसान को अपना गुलाम बना लेती है तथा गुलाम इंसान का कोई सामाजिक पारिवारिक जीवन नहीं होता।"

आचार्य उदय

2 comments:

सूर्यकान्त गुप्ता said...

SHAYAD YAHI HAI KADVA SACH PRABHU....SHAT SHAT NAMAN

arvind said...

धनरूपी माया इंसान को अपना गुलाम बना लेती है...katu satya.