त्रुटियाँ

"मानव जीवन में त्रुटियाँ होना स्वाभाविक प्रक्रिया है किन्तु त्रुटियों की स्वीकारोक्ति में बड़प्पन है।"

आचार्य उदय

2 comments:

Udan Tashtari said...

बहुत उम्दा विचार.

रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ.

प्रवीण पाण्डेय said...

गलतियाँ मान लेना बड़प्पन है।