प्रेम व मिलन

"स्त्री पुरुष दो ईश्वरीय शक्तियां हैं जो एक-दूसरे की पूरक हैं, दोनों के परस्पर प्रेम व मिलन से ही नवीन सृजन संभव है।"
आचार्य उदय

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