जाति, धर्म, संप्रदाय से परे है मानव धर्म ......... मानव धर्म की ओर बढते कदम !
ati sundar....
sahi aur satik ...gaurtalab hai
बिलकुल सही कहा। आभार।
वही मनुष्य महान बन पाता हैं, जो प्रत्येक परिस्थिति में सन्तुष्ट रहता है।
दोहरे चरित्र की ओर इंगित करता है। सत्य वचन। आचार्य जी को नमन।
सही कहा।
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6 comments:
ati sundar....
sahi aur satik ...gaurtalab hai
बिलकुल सही कहा। आभार।
वही मनुष्य महान बन पाता हैं, जो प्रत्येक परिस्थिति में सन्तुष्ट रहता है।
दोहरे चरित्र की ओर इंगित करता है। सत्य वचन। आचार्य जी को नमन।
सही कहा।
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