"मृत पशु-पक्षियों को लावारिस स्थिति में सार्वजनिक स्थान पर छोड़ अथवा फेंक देने से भी पर्यावरण दूषित होता है अत: उनका अंतिम संस्कार सुव्यवस्थित ढंग से करना भी हमारा कर्तव्य है।"
आचार्य उदय
जाति, धर्म, संप्रदाय से परे है मानव धर्म ......... मानव धर्म की ओर बढते कदम !
1 comment:
सत्य वचन! आचार्य जी को नमन!
Post a Comment