जाति, धर्म, संप्रदाय से परे है मानव धर्म ......... मानव धर्म की ओर बढते कदम !
सत्य वचन, प्रभु!
हम सब भी यही लागू होता है।
कितना सच है......पर क्या करें आजकल जीत के लिए ही खेला जाना सत्य माना जाता है
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3 comments:
सत्य वचन, प्रभु!
हम सब भी यही लागू होता है।
कितना सच है......पर क्या करें आजकल जीत के लिए ही खेला जाना सत्य माना जाता है
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