skip to main
|
skip to sidebar
आचार्य जी
जाति, धर्म, संप्रदाय से परे है मानव धर्म ......... मानव धर्म की ओर बढते कदम !
लापरवाही व उपेक्षा
"
स्वतन्त्रता
दीपक
में
जल
रही
ज्योत
के
सामान
है
जिसे
संभाल
व
सहेज
कर
रखना
आवश्यक
है
लापरवाही
व
उपेक्षा
करने
से
हवा
का
एक
झोंका
भी
अन्धेरा
कर
सकता
है
। "
आचार्य
उदय
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मानव धर्म
आचार्य जी
aachaaryjee@gmail.com
आचार्य उदय
आशीर्वचन
अमृत वाणी
(218)
आचार्य उदय
(229)
आचार्य जी
(6)
आध्यात्म
(16)
तंत्र-मन्त्र-यंत्र
(3)
पर्यावरण
(15)
भ्रष्टाचार
(17)
यौनशक्ति
(8)
आध्यात्मिक शुभचिंतक
Blog Archive
►
2011
(9)
►
September
(2)
►
June
(6)
►
February
(1)
▼
2010
(227)
►
December
(28)
►
November
(52)
►
October
(31)
►
September
(30)
▼
August
(33)
दया और क्षमा
सतकर्म
आस्था व विश्वास
जीवन
स्वप्न
पति-पत्नी
पत्नी
गुलाम इंसान
व्यवहार
भाई-बहन
त्रुटियाँ
मर्यादाएं
शत्रुता
स्वतंत्रता
मित्रता
संयम व सहनशीलता
समुन्दर
धन, बल और बुद्धि
लापरवाही व उपेक्षा
स्वतंत्रता
बड़बोलापन
मन: स्थिति
स्वार्थ, कपट व घमन्ड
ओजस्वी
प्रेम व स्नेह
श्रेष्ठ प्रदर्शन
सलाह
घमंड
कठिन कार्य
सत्य का पथ
पद की मर्यादा
भलमन साहत
कट्टरपंथ
►
July
(31)
►
June
(20)
►
May
(2)
Please do not change this code for a perfect fonctionality of your counter
widget
hit counter
Please do not change this code for a perfect fonctionality of your counter
widget
webpage counter
No comments:
Post a Comment