सच्ची मित्रता

"सच्ची मित्रता वह नहीं जो मित्र की पुकार का इंतज़ार करे, सच्ची मित्रता तो वह है जो चीख सुनने पर ही मदद को दौड़ पड़े।"

आचार्य उदय

3 comments:

Apanatva said...

sahee baat........
kismat dekhiye ki aise hee mitro se ghiree hoo mai......
iseeliye jeevan me vedna dukh sabko ikattha dekhkar udanchoo ho jate hai......
ha ha ha .........

Udan Tashtari said...

सत्य वचन, महाराज!

शरद कोकास said...

बढ़िया वाक्य